आज कल सभी अरंडी के तेल (the name of castor oil in hindi) की बातें कर रहे हैं। अगर आप भी Arandi ke tel ke fayde जानना चाहते हैं तो आगे पढ़ें।
अरंडी के तेल का सैकड़ों सालों से बहुत सारी चीज़ों के लिए उपयोग किया जाता है। भारत में arandi ki kheti हज़ारों वर्षों से हो रही है। Arandi oil ke fayde इतने ज़्यादा हैं कि इसका आयुर्वेदा में बहुत उपयोग है। इसीलिए इसे एक आयुर्वेदिक पौधा माना गया है।
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Castor oil meaning in hindi (arandi ka tail)
Castor in hindi is known as अरंडी और इसके बीज के तेल को अरंडी का तेल कहा जाता है।
Arandi ka beej, जिसे कैस्टर बीन्स के नाम से भी जाना जाता है, अरंडी के तेल का मुख्य स्रोत है। Arandi ke beej में एक विषैला एंजाइम होता है जिसे रिसीन कहा जाता है। इसीलिए इसके तेल का उपयोग करने से पहले इसे एक विशेष ताप प्रक्रिया से निकाला जाता है, जो इसे निष्क्रिय कर देता है। इस प्रक्रिया के बाद निकलने वाले तेल का सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकता है।
अरंडी के तेल में कई औषधीय और औद्योगिक उपयोग हैं। यह आमतौर पर खाद्य पदार्थों, दवाओं, त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों और औद्योगिक क्षेत्र मैं तथा बायोडीजल ईंधन में उपयोग किया जाता है।
अरंडी का तेल कब्ज और त्वचा की बीमारियों के लिए एक प्राकृतिक उपचार है।
यहाँ अरंडी के तेल के 7 लाभ और उपयोग हैं।
क्या है अरंडी का तेल – What is Castor Oil in Hindi?
वैज्ञानिक नाम : रिसिनस कम्युनिस (Ricinus communis)
मूल स्थान : भारत और अफ्रीका
अन्य नाम :
- अरंडी का तेल (castor oil in hindi),
- ఆముదము (castor oil in telugu),
- ক্যাস্টর অয়েল (castor oil in bengali),
- एरंडेल तेल (castor oil in marathi)
- ஆமணக்கு எண்ணெய் (castor oil in tamil)
- കാസ്റ്റർ ഓയിൽ (castor oil in malayalam)
- Castor oil (arandi oil in english)
- ارنڈی آئل پلانٹ۔ (arandi ka tail in urdu)
अरंडी का तेल पीले रंग का होता है, जो अरंडी के पौधे (रिसीनस कम्यूनिस) की फलियों को दबा कर निकाला जाता है। कैस्टर ऑयल का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, इत्र, साबुन जैसे कई उत्पादों में किया जाता है।
कैस्टर ऑयल सस्ता है और विश्वभर में आसानी से उपलब्ध है। इसका इस्तेमाल आंतरिक और बाहरी समस्याओं- दोनों के लिए किया जाता है। इसका लंबे समय तक और बड़ी मात्रा में भी उपयोग किया जा सकता है।
वैसे तो तेल ही अरंडी के पौधे का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला उत्पाद है, पर जड़ों, पत्तियों और बीजों का भी उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर पत्तियों (arandi ke patte) को भाप दे कर कूट कर या पीस कर सूजन और दर्दनिवारण के लिए जोड़ों पर लेप (poultice) के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
Arandi ka tel kaise banta hai
अरंडी के बीजों को कैस्टर बीन्स के रूप में जाना जाता है। इनमे एक विषैला एंजाइम होता है जिसे रिसीन (ricin) कहा जाता है। हालांकि, अरंडी का तेल जिस ताप प्रक्रिया से गुजरता है, उससे यह निष्क्रिय हो जाता है, जिससे तेल का सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकता है।
इसका आमतौर पर खाद्य पदार्थों, दवाओं, त्वचा देखभाल उत्पादों, और बायोडीजल ईंधन घटक में एक योजक के रूप में उपयोग किया जाता है।
यह एंटी-ऑक्सीडेंट, फैटी एसिड, विटामिन ई और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। इन्ही गुणों के कारण यह बाल, त्वचा और स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक लोकप्रिय घरेलू उपाय है।
Arandi ke Tel Ke Fayde (Castor oil benefits in hindi)
अगर आप arandi oil benefits in hindi में जानना चाहते है तो आगे पढ़ें।
1. एक शक्तिशाली रेचक (पेट साफ करने की) औषधि (arandi oil uses in hindi as a laxative)
अरंडी का तेल सबसे ज़्यादा एक शक्तिशाली प्राकृतिक रेचक होने के लिए प्रसिद्ध है।
अरंडी के तेल में प्राकृतिक लैक्सटिव (पेट को साफ करने की दवा) के गुण होते हैं । इसलिए, अगर आपको साधारण कब्ज़ की समस्या है, तो ऐसे में इस तेल का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आप पहले से कब्ज के लिए कोई दवा ले रहे हैं, तो अरंडी के तेल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से एक बार ज़रूर पूछ लें।
सेवन के बाद कैस्टर ऑयल छोटी आंत में अवशोषित होता है, इसमें मुख्य फैटी एसिड, रिसीनोलिक एसिड होता है। रिसीनोलिक एसिड मजबूती से पेट साफ करता है।
उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में पाया गया है कि जब बुजुर्ग लोग कैस्टर ऑयल लेते हैं, तो उनके कब्ज के लक्षणों में कमी होती है।
कैस्टर ऑयल को छोटी खुराक में सुरक्षित माना जाता है, बड़ी मात्रा में कुछ लोगों को पेट में ऐंठन, मितलि, उल्टी और दस्त हो सकता है।
हालांकि इसका उपयोग कभी-कभी कब्ज से राहत देने के लिए भी किया जा सकता है, अरंडी के तेल को क्रॉनिक कब्ज के उपचार के लिए सही नहीं माना जाता है।
अब आप arandi ka tel kabj ke liye उपयोग करके देखें।
2. एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर (arandi ka oil as a moisturiser)
अरंडी का तेल रिसीनोलिक (ricinoleic) एसिड है जो कि एक प्रकार का फैटी एसिड है।
कैस्टर ऑयल प्राकृतिक मॉश्चराइजिंग का काम करता है। इसके फैटी एसिड स्किन के अंदर तक जाकर रूखेपन को दूर कर नमी प्रदान करते है।
यह त्वचा की नमी को रोककर नरमी बनाए रखता है।
कैस्टर ऑयल का उपयोग अक्सर सौंदर्य प्रसाधन में हाइड्रेशन को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है और अक्सर लोशन, मेकअप और क्लीन्ज़र (cleanser) जैसे उत्पादों में किया जाता है।
दुकानों में पाए जाने वाले कई लोकप्रिय मॉइस्चराइजिंग उत्पादों में संरक्षक, इत्र और डाई जैसे संभावित हानिकारक तत्व होते हैं, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इनकी जगह आप अरंडी के तेल का इस्तमाल कर सकते हैं।
अरंडी का तेल गाढ़ा होता है, इसलिए इसे अक्सर अन्य त्वचा के अनुकूल तेलों जैसे बादाम, जैतून और नारियल के तेल के साथ मिला कर अल्ट्रा हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र बनाया जाता है।
वैसे तो त्वचा पर अरंडी का तेल लगाना सुरक्षित माना जाता है, पर कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है।
3. यह घाव भरता है (arandi ke fayde on wound)
घावों पर अरंडी का तेल लगाने से एक नम वातावरण बनता है जो चिकित्सा को बढ़ावा देता है और घावों को सूखने से रोकता है।
अरंडी का तेल टिश्यू विकास में फुर्ती लता है जिससे की संक्रमण का खतरा कम होता है।
यह सूखापन और कॉर्निफिकेशन (मृत त्वचा कोशिकाओं का निर्माण जो घाव भरने (8) में देरी कर सकता है) को भी कम करता है।
अध्ययनों में पाया गया है कि अरंडी का तेल युक्त मलहम विशेष रूप से प्रेशर (pressure) अल्सर में सहायक हो सकता है। यह एक प्रकार का घाव है जो की उन मरीज़ों को होता है जो बिस्तर से उठ नहीं सकते और एक ही पोजीशन में बैठे या लेटे रहने के लिए मजबूर हैं।
एक अध्ययन ने 861 नर्सिंग होम निवासियों में अरंडी के तेल युक्त मरहम को प्रेशर अल्सर पर लगाने से घाव-उपचार में तेजी पायी गयी।
4. एक प्रभावशाली एंटी-इन्फ़्लैमटॉरी पदार्थ (arandi ka tel ke fayde against inflammation)
कैस्टर ऑयल में पाए जाने वाले फैटी एसिड – रिसीनोलिक एसिड, एक प्रभावशाली एंटी-इन्फ़्लैमटॉरी पदार्थ है।
पशु और टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया है कि रिसीनोलिक एसिड दर्द और सूजन को कम करता है।
सूजन को कम करने के अलावा अरंडी के तेल, सोरायसिस से सम्बंधित त्वचा की समस्याओं का भी निवारण करता है। शुष्की और त्वचा की जलन में इसके मॉइस्चराइजिंग गुण राहत देते हैं।
हालांकि ये परिणाम आशाजनक हैं, कैस्टर ऑयल के प्रभावों को निर्धारित करने के लिए अधिक मानव अध्ययन की आवश्यकता है।
Jaane aur: arandi tel in english
5. मुँहासे कम करता है (castor oil ke fayde in hindi against pimples)
मुँहासों से ब्लैकहेड्स, मवाद से भरे दाने और चेहरे पर दागदार और दर्दनाक चीजें उभार हो जाते हैं।
यह किशोरों और युवा वयस्कों में आम है और उनके आत्मसम्मान को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
अरंडी के तेल में कई गुण होते हैं जो मुँहासे के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
त्वचा के इन्फ़्लमेशन को मुँहासों का कारण माना जाता है, इसलिए त्वचा पर अरंडी का तेल लगाने से इन्फ़्लमेशन संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
मुँहासे बैक्टीरीयल संक्रमण से सम्बंधित हो सकते हैं। इसमें स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) नामक बैक्टीरीया शामिल है।
अरंडी के तेल में रोगाणुरोधी गुण होते हैं , इसे त्वचा पर लगाने से बैक्टीरीयल संक्रमण से लड़ने में मदद मिल सकती है।
एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया कि कैस्टर ऑयल, स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus) सहित कई जीवाणुओं या बैक्टीरीया को बढ़ने नहीं देता।
अरंडी का तेल इन्फ़्लमेशन से लड़ने में मदद करता है, बैक्टीरिया को कम करता है और त्वचा की खुजली और जलन को शांत करता है, यह सभी गुण इसे मुँहासे के उपचार के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
6. फंगस से लड़ता है (arandi tel ke fayde against Candida)
कई अध्ययनों से पता चला है कि अरंडी का तेल कैंडिडा अल्बिकन्स के कारण मुंह में फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है।
कैंडिडा अल्बिकन्स (Candida Albicans) एक प्रकार का फंगस है जो दाँतो की समस्याओं का कारण हो सकता है। यह प्लैक, मसूड़े के संक्रमण और रूट कैनाल संक्रमण जैसे दंत मुद्दों का कारण बनता है।
कैस्टर ऑयल में एंटी-फंगल गुण होते हैं और यह कैंडिडा (candida) से लड़ने में मदद कर सकता है, जिससे मुंह स्वस्थ ठीक रहता है।
एक टेस्ट-ट्यूब अध्ययन में पाया गया कि कैस्टर ऑयल ने कैंडिडा अल्बिकन्स (Candida Albicans) को दूषित मानव दांतों की जड़ों से खत्म कर दिया।
कैस्टर ऑयल दांतों से संबंधित stomatitis बीमारी का इलाज करने में मदद कर सकता है, जो की डेन्चर पहन्ने वाले बुज़ुर्गों में एक आम समस्या है। इसका कारण भी कैंडिडा अल्बिकन्स (Candida Albicans) है।
7.यह आपके बाल और स्कैल्प को स्वस्थ रखता है (Castor oil benefits for hair in hindi)
बहुत से लोग अरंडी के तेल का उपयोग प्राकृतिक हेयर कंडीशनर के रूप में करते हैं। सूखे या क्षतिग्रस्त बलों को विशेष रूप से अरंडी के तेल जैसे तीव्र मॉइस्चराइज़र से लाभ हो सकता है।
नियमित रूप से बालों में कैस्टर ऑयल लगाने से बलों के शाफ्ट को लुब्रिकेट करने में मदद मिलती है, लचीलापन बढ़ता है और उनके टूटने की संभावना कम हो जाती है। कैस्टर ऑयल से उन लोगों को भी फायदा हो सकता है जिन्हें रूसी या फिर सूखी, परतदार त्वचा की शिकायत है।
हालांकि रूसी के कई अलग-अलग कारण हैं, seborrhoeic dermatitis की बीमारी एक कारण हो सकता है। Seborrhoeic dermatitis के कारण होने वाली रूसी से कैस्टर ऑयल राहत दे सकता है।
कैस्टर ऑयल को स्कैल्प पर लगाने से शुष्की और खुजली में मदद मिल सकती है। अरंडी के तेल के मॉइस्चराइजिंग और एंटी-इन्फ़्लैमटॉरी गुण बालों को नरम और हाइड्रेटेड रखने और रूसी लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। हमें यक़ीन है की arandi ka tel balo ke liye उपयोग करने से आपको बहूत फ़ायदा होगा।
How to use castor oil for hair in hindi
1) How to use Arandi Oil for Hair Loss
Time Needed : 20 minutes
How to use Arandi Oil for Hair Loss
1. To use arandi oil for hair loss आप 1/2 कप अरंडी का तेल ले लें।
एक कटोरी में आधा cup अरंडी का तेल ले लें।
2. बालों में अरंडी का तेल कैसे लगायें?
कुछ तेल अपनी हथेली में लें और इसे अपने बालों की जड़ों से लेकर आख़री सिरे तक लगा लें।
1) यह प्रक्रिया आप रोज़ करे तथा अच्छी तरह से मालिश भी करें।
2) ध्यान रहे की अरंडी का तेल काफ़ी गाढ़ा होता है, जिससे इसे धोना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप बहुत अधिक तेल का उपयोग ना करे।3. बालों में अरंडी का तेल कितनी देर लगायें? और तेल लगाने के बाद क्या करें?
अब आप तेल को अपने सर पर कम से कम 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। आप इसे रात भर भी छोड़ सकते हैं।
अरंडी के तेल से छुटकारा पाने के लिए आपको कई बार शैम्पू करने की आवश्यकता होगी।4. धोने के बाद बाल कैसे सुखायें?
एक बार जब आप अपने बाल धो लें, तो सूखे तोलिए से इसे सूखा दें और इसे सामान्य तरीक़े से सूखने दे। ध्यान रखें की आप किसी hair blower का इस्तेमाल ना करें।
5. और आगे क्या करना है?
कुछ समय पस्चात आपको आपके बाल moisturised महसूस होंगे और इसके लगातार प्रयोग से आपके बाल गिरना बंद हो जाएँगे।
Tools
- Hands!
Materials
- Castor Oil
- Shampoo
2) How to use castor oil for hair growth in hindi (arandi oil for hair growth)
अगर आप castor oil and coconut oil for hair growth in hindi के बारे मैं जानना चाहते तो यहाँ पढ़ते रहें।
बालों को बढ़ाने के लिए आपको इन चार चीज़ों की ज़रूरत पड़ेगी।
- 2 बड़े चम्मच extra virgin coconut oil
- 2 चम्मच मीठा बादाम का तेल
- 2 बड़े चम्मच तिल का तेल
- 1 बड़ा चम्मच अरंडी का तेल
इस्तेमाल के लिए निर्देश: Use of castor oil for hair growth in hindi
- बालों को बढ़ाने के लिए ऊपर दिए चारों तेलों को मिला ले।
- अब इस मिश्रण को अपने बालों की जड़ों में लगायें एंड अच्छे से मालिश करें। अगर आप जल्दी असर चाहते हैं तो तेल को थोड़ा गरम भी कर सकते हैं लगाने से पहले।
- अब कम से कम एक घंटा ऐसा ही रहने दे। अच्छे परिणामों के लिए आप इसे रात भर भी छोड़ सकते हैं।
- इसे धोने के लिए अपने बालों को शैम्पू करें।
अरंडी के तेल के नुक्सान (Castor oil Side effects in hindi)
Arandi tel ke upyog करते समय कुछ सावधानी बरतें।
1. गर्भवती महिलयों के लिए (Castor oil in pregnancy in hindi)
गर्भावस्था के सभी चरणों में महिलाओं को कैस्टर ऑयल के सेवन से बचना चाहिए। इसे स्वास्थ कर्मी प्रसव शुरू करने के लिए इस्तमाल करते हैं। That is arandi ka tel in pregnancy sould be done very carefully.
2. इससे दस्त हो सकता है
यह कब्ज से छुटकारा पाने का घरेलू नुस्क है, लेकिन अगर आप इसे अधिक मात्रा में लेते हैं तो आपको दस्त हो सकता है। दस्त से निर्जलीकरण (dehydration) और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन (electrolyte imbalance) हो सकता है।
3. इससे आपको ऐलर्जी हो सकती है
अरंडी का तेल त्वचा पर लगाने से कुछ लोगों को एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है। इस्तमाल करने से पहले हाथ या पैर की त्वचा पर थोड़ा सा तेल लगा कर पता कर लें की कहीं आपको इससे एलर्जी तो नहीं। टेस्ट के लिए तेल को लगा कर कम से कम ८-१२ घंटों के लिए छोड़ दें।
Arandi Oil – Buy Online
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सारांश
कैस्टर ऑयल कुछ लोगों में एलर्जी और दस्त जैसे दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है। यह प्रसव को प्रेरित भी कर सकता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को इससे बचना चाहिए।
लोगों ने विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों के लिए शक्तिशाली प्राकृतिक उपचार के रूप में हजारों वर्षों से अरंडी के तेल का उपयोग किया है।
यह कई अन्य उपयोगों के बीच कब्ज से राहत और शुष्क त्वचा को मॉइस्चराइज करने में मदद करने के लिए दिखाया गया है।
यदि आप अपनी दवा कैबिनेट में रखने के लिए एक सस्ता, उपयोगी और नैचरल घरेलू उपचार की खोज कर रहे हैं, तो अरंडी का तेल एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
FAQ
अरंडी को इंग्लिश मैं castor कहा जाता है।
Castor Oil Uses, Benefits, and Side Effects [ Hair + Skin ]
Castor oil is a multi-purpose oil. It is used extensively in ayurveda & is a popular natural treatment for constipation, hair and skin ailments & more.
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कैस्टर ऑइल को (Castor Oil Meaning in Hindi) हिंदी में अरण्डी या अरण्ड के तेल के नाम से भी जाना जाता है। कैस्टर ऑइल एक पीले रंग का एक पारदर्शी तरल होता है जिसका प्रयोग कई घरेलू आइटम्स में किया जाता है। कैस्टर ऑइल- Castor oil in Hindi, प्लांट्स में कैस्टर बीजों को दबा क्र निकला जाता है और यह विभिन्न कॉस्मेटिक्स, साबुन, कपड़ा, मालिश तेल और यहां तक कि दवाओं में प्रयोग होने वाला महत्वपूर्ण तरल पदार्थ बन गया है। इसका रासायनिक नाम रिसीनस कम्युनिस है और ऐसा मन जाता है कि सबसे पहले इसकी उत्पत्ति भारत और अफ्रीका में हुई थी। कैस्टर ऑइल (Castor oil in Hindi) और रिसिनोलिएक एसिड त्वचा की अवशोषण शक्ति को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होते हैं और कभी कभी ये विभिन्न प्रकार की स्किन कंडीशंस जैसे डर्मैटोसिस, सोरायसिस (Psoriasis in Hindi) और मुँहासों आदि को सही करने में भी इस्तेमाल किये जाते हैं। इसके अलावा कैस्टर ऑइल के और भी बहुत सारे फायदे होते हैं जैसे- बालों के विकास को बढ़ावा देने, आँखों की पलकों को बढ़ाने जैसे गुण शामिल हैं, हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है।
अरंडी की फलियाँ एक तेजी से बढ़ने वाला कोमल बारहमासी बड़ा झाड़ी या छोटा पेड़ है। अरंडी की फलियाँ एक सदाबहार जड़ी-बूटी या अर्ध-लकड़ी की बड़ी झाड़ी या छोटा पेड़ है। यह मजबूत निविदा बारहमासी 40 फीट लंबा हो सकता है, कुछ वर्षों में ठंढ से मुक्त जलवायु में लकड़ी के तने विकसित होते हैं।
अरंडी का (Castor oil) तेल एक बहुउद्देश्यीय वनस्पति तेल है जिसका उपयोग लोग हजारों वर्षों से करते आ रहे हैं। इसे रिकिनस कम्युनिस पौधे के बीजों से तेल निकालकर बनाया जाता है।
इन बीजों, जिन्हें अरंडी की फलियों के रूप में जाना जाता है, में रिकिन नामक एक विषैला एंजाइम होता है। हालांकि, उत्पादन के दौरान अरंडी के तेल से गुजरने वाली हीटिंग प्रक्रिया रिकिन को निष्क्रिय कर देती है, जिससे तेल को सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। अरंडी के तेल के कई औषधीय, औद्योगिक और औषधीय उपयोग हैं।यह आमतौर पर खाद्य पदार्थों, दवाओं और त्वचा देखभाल उत्पादों के साथ-साथ एक औद्योगिक स्नेहक और बायोडीजल ईंधन घटक में एक योजक के रूप में उपयोग किया जाता है।
मुंहासे: अरंडी के तेल के एंटीमाइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे मुंहासों को कम करने में उपयोगी बनाते हैं। रिकिनोलेइक एसिड मुँहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया के विकास को रोक सकता है।
बनावट: अरंडी का तेल अन्य फैटी एसिड में भी समृद्ध है। चेहरे की त्वचा पर लगाने पर ये चिकनाई और कोमलता बढ़ा सकते हैं।
रंग: अरंडी के तेल में फैटी एसिड स्वस्थ त्वचा के ऊतकों के विकास को भी बढ़ावा दे सकता है, जिससे यह असमान त्वचा टोन को बहाल करने में सहायक होता है।
संवेदनशील त्वचा: अरंडी के तेल का कॉमेडोजेनिक स्कोर कम होता है। इसका मतलब है कि यह त्वचा में छिद्रों को बंद करने की संभावना नहीं है और ब्लैकहेड्स के विकास के जोखिम को कम करता है, जिससे यह संवेदनशील त्वचा पर उपयोग के लिए उपयुक्त हो जाता है।
सस्ता: स्किनकेयर उत्पाद, और विशेष रूप से चेहरे की क्रीम और तेल, बहुत महंगे हो सकते हैं। अरंडी का तेल अपेक्षाकृत कम लागत वाला होता है और इसमें कई समान गुण होते हैं, जैसे त्वचा में एक स्वस्थ रंग या नमी को बढ़ावा देना।
कैस्टर बीन या अरंडी का बीज बारहमासी फूलों के पौधे की एक प्रजाति Ricinus communis (arandi ka paudha) से निकलता है।