चिया बीज एक सुपरफूड हैं। आप यहाँ सारी जानकारी ले सकते हैं चिया सीड (Chia Seeds in Hindi) के लाभ, नुकसान और दुष्प्रभाव के बारे मैं।
इनमे प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट की बहुत अच्छी मात्रा होती हैं।
चिया बीज कुछ दुर्लभ फ़ंक्शनल फ़ूड्स (functional foods) में से एक माने जाते हैं जो मोटापे को नियंत्रित करने, मेटबालिक सिंड्रोम, और बाद में, हृदय रोग और टाइप-2 मधुमेह के रोकथाम में प्रभावी हो सकते हैं। (1, 2)
Contents
- चिया सीड्स क्या है (What is Chia Seeds in Hindi language)
- चिया सीड पोषण तथ्य (Nutrition Facts of Chia seeds in Hindi)
- चिया सीड्स खाने के फायदे (Chia Seeds Benefits in Hindi)
- चिया सीड कैसे खाएं
- चिया सीड्स के नुकसान (chia seeds side effect in hindi)
- चिया बीज को भारत में क्या कहा जाता है? (chia seeds in hindi name)
- सब्जा, चिया और अल्सी की तुलना
- Chia Seeds In English
- FAQ
चिया सीड्स क्या है (What is Chia Seeds in Hindi language)
स्वास्थ्य विशेषज्ञ चिया सीड्स को एक सुपर फूड (super food) मानते हैं और सभी को अपने आहार में जोड़ने के लिए कहते हैं। चिया बीज के स्वास्थ्य लाभ यहां दिए गए हैं जिन्हें आपको अवश्य जानना चाहिए। (8, 9)
भारत में, चिया के बीज अक्सर अलसी के बीज (flax seeds) और तुलसी (सब्जा) के बीज से भ्रमित होते हैं। लेकिन चिया बीज भारत से नहीं हैं, और उन्हें विदेश से आयात किया जाता है। यह पारंपरिक भारतीय खाना पकाने का हिस्सा नहीं है, लेकिन ऐसे कई तरीके हैं जिनमें आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
चिया सीड्स इन हिंदी (what is chia in hindi)
चिया (Salvia hispanica) मध्य अमेरिका में पाया जाता है। (3)
कहा जाता है कि यह पौधा मैक्सिको और ग्वाटेमाला में उत्पन्न हुआ था। मैक्सिको का चियापा राज्य का नाम चिया से ही उत्पन हुआ है।
चिया बीज छोटे, भूरे, काले और सफेद रंग के दाने हैं। यह पुदीने के परिवार से संबंधित है, और इसके बीजों में अखरोट का स्वाद होता है। चिया पानी या अन्य तरल पदार्थ के साथ मिश्रित होने पर, अपने वजन का 27 गुना तक पानी सोख कर जेल बन जाता है।
इसे चिया की हाइड्रोफिलिक प्रकृति कहा जाता है।
चिया सीड पोषण तथ्य (Nutrition Facts of Chia seeds in Hindi)
ये पोषण मूल्य 28 ग्राम (= २ बड़े चम्मच ) चिया के हैं। (5)
Nutrition Value per 28 gms or 1 ounce (=1 serving)Percent Daily Values (%DV) are for adults or children aged 4 or older, and are based on a 2,000 calorie reference diet. Your daily values may be higher or lower based on your individual needs.
Name | Amount | %DV |
---|---|---|
Protein | 4.4 g | 9% |
Carbohydrate | 12.3 g | 4% |
Dietary Fiber | 10.6 g | 42% |
Omega 3 Fats (alpha-linolenic acid) | 5 g | 1000%+. However it does not contain EPA & DHA. |
28-ग्राम, या 2 बड़े चम्मच चिया के बीज में 4.4 ग्राम प्रोटीन होता है।
चिया बीज फाइबर, ओमेगा -3 फैटी एसिड, अयरन , कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट का एक बड़ा स्रोत हैं, जैसा कि नीचे दी गई तालिका में बताया गया है। (5, 6)
Nutrition Value per 28 gms or 1 ounce (=1 serving)Percent Daily Values (%DV) are for adults or children aged 4 or older, and are based on a 2,000 calorie reference diet. Your daily values may be higher or lower based on your individual needs.
Name | Amount | %DV |
---|---|---|
Calcium | 177 mg | 18% |
Iron | 2.19 mg | 12% |
Magnesium | 94 mg | 23% |
Phosphorus | 265 mg | 27% |
Potassium | 44.8 mg | 1% |
Sodium | 5.3 mg | 0% |
Zinc | 1.0 mg | 7% |
Copper | 0.1 mg | 3% |
Manganese | 0.6 mg | 30% |
चिया सीड्स खाने के फायदे (Chia Seeds Benefits in Hindi)
चिया बीज अब संयुक्त राज्य अमेरिका के हिस्सों में खेती की जाती है। आज के दौर में vegans और स्वास्थ्य उत्साही लोगों में इसके लिए बड़ी मांग है।
चिया बीज दुनिया के सबसे स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों में से एक है। इसमें बहुत से ऐसे पोशाक तत्व हैं जो हमारे शरीर और मस्तिष्क के लिए महत्वपूर्ण हैं।
चिया एज़्टेक (Aztec) के लिए एक आवश्यक पौधा था। दुनिया भर में इसकी माँग को देखते हुए, अब संयुक्त राज्य अमेरिका अपने कुछ हिस्सों में इसकी खेती करता है। यह शाकाहारी और स्वास्थ्य के प्रति उत्साही लोगों में बहुत लोकप्रिय है।
Chia seeds के फायदे यहां दिए गए हैं। (chia seeds ke fayde in hindi)
1. चिया के बीज बहुत पौष्टिक होते हैं।
चिया बीज में कैलोरी बहुत कम और पोषण बहुत ज़्यादा होता है।
वे पारंपरिक रूप से एज़्टेक (Aztecs) और मायन (Mayans) के आहार रहे हैं। विश्व के बाक़ी देशों को तो इनके बारे में पता ही नहीं था। पर अब पूरे विश्व में चिया को एक सुपरफूड के रूप में मान्यता दी गई है।
दुनिया भर के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग अब इस बेहद लोकप्रिय सुपरफूड का सेवन करते हैं।
28 ग्राम चिया के बीज (२ बड़े चम्मच) में यह पोषण पाया जाता है। (5, 6)
- प्रोटीन: 4.4 ग्राम।
- फाइबर: 10.6 ग्राम।
- फ़ैट(वसा): 9 ग्राम (जिनमें से 5 ओमेगा -3 एस हैं)।
- मैंगनीज: RDI का 30%।
- फास्फोरस: RDI का 27%।
- मैग्नीशियम: RDI का 30%।
- कैल्शियम: RDI का 18%।
- इनमें विटामिन बी-1 (थायमिन), विटामिन बी-2, विटामिन बी-3 (नियासिन), जिंक और पोटेशियम भी होता है लेकिन कम मात्रा में।
चिया विश्व के कुछ दुर्लभ सपेरफ़ूडस में से एक है। इसमें दूध से अधिक कैल्शियम, ब्लूबेरी से अधिक एंटीऑक्सिडेंट और सैल्मन मछली से भी अधिक ओमेगा -3 होता है।
उदाहरण के लिए, 100 ग्राम दूध में 125mg कैल्शियम होता है, जबकि 100 ग्राम चिया बीजों में 631mg कैल्शियम होता है! चिया, Non-GMO और ओर्गानिक (organic) रूप से उगाया जाता है। यह स्वाभाविक रूप से ग्लूटेन-फ़्री (gluten-free) होता है।
इसका वैज्ञानिक प्रमाण है की चिया के बीज में बड़ी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण हो सकते हैं। (7)
आप यहाँ Amazon पर चिया बीज का मूल्य देख सकते हैं।
2. चिया प्रोटीन का बहुमूल्य स्रोत है।
मानव स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन आवश्यक है।
प्रोटीन हमारे बालों और नाखूनों का प्रमुख अंग है। इसके बिना शरीर रोग-मुक्त नहीं हो सकता है। शरीर प्रोटीन का उपयोग एंजाइम, हार्मोन और अन्य आवश्यक रसायनों को बनाने के लिए करता है। प्रोटीन मांसपेशियों, त्वचा और हड्डियों का एक आवश्यक मूलभूत अंग भी है।
प्रोटीन एक “macronutrient,” है जिसका अर्थ है कि शरीर को इसकी बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। लेकिन फ़ैट (वसा) और कार्बोहाइड्रेट की तरह, शरीर प्रोटीन को संग्रहीत नहीं करता है, और इसलिए इसका दैनिक आहार में पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए। (8)
प्रोटीन वज़न घटाने में सहायता करनेवाला पोषक तत्व है।
अध्ययनों के अनुसार, एक उच्च प्रोटीन आहार ना सिर्फ़ भूख को कम करता है बल्कि यह भोजन के विचारों को भी 60% तक कम करता है। इससे रात्रि में भोजनुपरांत लगने वाली भूँक भी 50% कम हो जाती है। (9, 10).
शकहरियों के लिए चिया प्रोटीन का एक विशेष स्रोत है। 28 ग्राम (2 बड़े चम्मच) चिया के बीजों में 4.4 ग्राम प्रोटीन होता है। (11)
3. चिया से आपका वज़न घट सकता है।
लोगों का मानना है की चिया बीज से वज़न कम हो सकता है। चिया में अधिक मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है, जो वजन घटाने में उपयोगी माना जाता है।
इसका सॉल्युबल फाइबर (soluble fiber) बड़ी मात्रा में पानी को सोख लेता है और पेट में फैल जाता है। यह संतुष्टि बढ़ाता है और भोजन के उपरांत पाचन को धीमा कर देता है, जिससे की जल्दी भूँक नहीं लगती (12)। कई अध्ययनों से पता चला है कि हाइड्रोफिलिक गुणों वाले घुलनशील (soluble) फाइबर से वजन कम हो सकता है (13, 14)।
अध्ययनों के अनुसार, एक उच्च प्रोटीन आहार भूख को तो कम करता ही है, उसके अलावा भोजन के विचारों को भी 60% तक कम करता है। इससे रात्रि में भोजनुपरांत लगने वाली भूँक भी 50% तक कम हो जाती है (10, 15)।
एक अध्ययन में पाया गया कि चिया बीज नाश्ते में खाने से तृप्ति बढ़ गई और भोजन का सेवन कम हो गया। (16)
रोजाना 30 ग्राम चिया बीजों के साथ कम कैलोरी वाले आहार पर टाइप-2 मधुमेह वाले मोटे लोगों में 6 महीने का अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि चिया सीड्स ने प्लसीबो (placebo) की तुलना में महत्वपूर्ण वजन घटाने, अंतरूनी मोटापे में कमी, और बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण (glycemic control) पाने में मदत करता है। वह सी-रिएक्टिव (c -reactive ) प्रोटीन में भी कमी लता है (17)।
परंतु चिया बीज पर किए गए अन्य अध्ययनों में शरीर के वजन और अन्य स्वास्थ्य चिन्हों पर कोई ख़ास असर नहीं देखा गया है। शायद चिया अकेले ही स्वास्थ में परिवर्तन नहीं ला पाए, पर यह एक स्वस्थ आहार और व्यायाम रणनीति का हिस्सा ज़रूर बन सकता है।
चिया, अपने महत्वपूर्ण प्रोटीन, फाइबर घटक और अपनी हाइड्रोफिलिक क्षमता के कारण भूख पर नियंत्रण रखने के लिए बहुत अच्छा है।
4. इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड बड़ी मात्रा में पाया जाता है।
सैल्मन मछली की तुलना में, चिया बीज और अल्सी के बीज में अत्यधिक मात्रा में ओमेगा -3 फैटी एसिड होते हैं।
हालांकि, दोनों खाद्य स्रोतों में ओमेगा -3 फ़ैट (वसा) का रूप अलग है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जानवरों से पाये जाने वाले ओमेगा-3 फ़ैट उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं, जबकि पौधों से (जैसे कि चिया और अल्सी ) को उनकी अपेक्षा हीन माना जाता है।(18)
तैलीय मछली (oily fish) के ओमेगा-3 में EPA और DHA जैव-उपलब्ध (bio – available) सक्रिय रूप में होता है। पर चिया और फ्लैक्ससीड्स में ओमेगा -3, ALA (अल्फा-लिनोलेनिक एसिड) के रूप में होता है, जिसे शरीर को EPA और DHA में परिवर्तित करना पड़ता है।
दुर्भाग्य से, मानव ALA को EPA और DHA में आसानी से परिवर्तित नहीं कर पाते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि पिसे हुए चिया बीज, रक्त में ALA और EPA को बढ़ा सकते है; हालांकि, DHA मूल्यों में कोई सुधार नहीं देखा गया। (19, 20)
अपने शरीर और मस्तिष्क की जरूरतों के लिए DHA प्राप्त करने के लिए या तो सप्ताह में कम से कम एक बार तैलीय मछली (oily fish) जैसे सैल्मन का सेवन करें। अन्यथा आप मछली के तेल का कप्सूल भी ले सकते हैं।
5. यह हृदय रोग के खतरे को कम कर सकते हैं।
चिया ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं और HDL या “अच्छे कोलेस्ट्रॉल” को बनाए रखने में मदद करते हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि चिया का सेवन आपके उच्च रक्तचाप के नियंत्रण में मदद कर सकता है।
चूहे पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि साबुत चिया बीज ट्राइग्लिसराइड (triglycerides) को कम कर सकते हैं, जबकि पिसे हुए चिया बीज “अच्छे ” HDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकते हैं। (21)
हालाँकि कई अध्ययनों ने चिया के प्रत्यक्ष लाभों की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन उनके परिणाम अनिर्णायक रहे हैं।
मनुष्यों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि चिया के आटे की खपत, उच्च रक्तचाप वाले लोगों में रक्तचाप को काफी कम कर सकती है। उच्च रक्तचाप से आगे चल कर हृदय रोग हो सकता है। (22, 23)
चिया के बीज को अगर एक लाभकारी जीवन शैली और आहार परिवर्तन के साथ जोड़ा जाए तो यह स्वास्थ के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं।
6. यह मधुमेह होने की संभावना को कम कर सकते हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन ने पाया है कि हर 1000 कैलोरी के आहार में कम से कम 14 ग्राम फाइबर जोड़ने से हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह होने की सम्भावना काफ़ी कम हो जाती है। (24)
आहार में फ़ाइबर बढ़ाने से ब्लड शुगर की स्थिरता बनी रहती है और इससे मधुमेह होने की सम्भावना बहुत कम हो जाती है। 28.4 ग्राम चिया बीज में न्यूनतम 10 ग्राम फाइबर होता है। यह मात्रा चिया को फ़ाइबर का एक बेहतरीन स्रोत बनाती है।
चूंकि मोटापा टाइप 2 मधुमेह से सम्बंधित है, चिया आहार में शामिल करने से संतुष्टि बढ़ाता है और भोजनुपरांत की भूँक को भी कम करता है। इससे फिर मधुमेह होने का ख़तरा कम हो जाता है। (16)
30 ग्राम चिया बीज के साथ कम कैलोरी वाले आहार पर टाइप 2 मधुमेह वाले मोटे लोगों क्या असर होता है, इसका शोध किया गया। 6 महीने की इस शोध के दौरान यह पता चला की कम कैलोरीवाले भोजन के साथ 30 ग्राम चिया बीज शामिल करने से प्लसीबो (placebo) की तुलना में, चिया, वजन घटाने, अंतरूनी मोटापे में कमी, और बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण (glycemic control) पाने में मदत करता है। वह सी-रिएक्टिव (c -reactive ) प्रोटीन में भी कमी लता है। (17)
एक 2017 के शोध में चिया और अल्सी के ब्लड शुगर नियंत्रण और भोजनुपरांत की संतुष्टि की तुलना की गयी। उसमें पाया गया की वैसे तो दोनो ही ब्लड शुगर नियंत्रण और तृप्ति में सुधार लातें हैं, परन्तु दोनो में चिया इन ख़ूबियों में ज़्यादा श्रेष्ठ है। (25)
इस प्रकार आहार में चिया को शामिल करने से टाइप 2 मधुमेह की बीमारी का खतरा कम हो सकता है; हालाँकि, यदि किसी को पहले से मधुमेह हो, तो चिया इसके बेहतर नियंत्रण में मदद कर सकती है।
7. यह हड्डी के स्वास्थ और ऑस्टियोपोरोसिस में मदद करता है।
चिया बीज में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और मैंगनीज की बहुत मात्रा होती है। यह पोषक तत्व हड्डियों के स्वास्थ के लिए आवश्यक होते हैं। वास्तव में चिया इतना पौष्टिक होता है की इसमें दूध से भी अधिक कैल्शियम होता है!
28 ग्राम (२ बड़े चम्मच) चिया बीज में कैल्शियम का RDI का 18% हिस्सा होता है।
इन्हें विटामिन-D और विटामिन-K के साथ आहार में शामिल करने से, हड्डी की स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों के लिए फ़ायदेमंद साबित हो सकता है। जो लोग दूध को सहन नहीं कर पाते हैं उनके लिए यह कैल्सीयम का एक अच्छा स्रोत है।
8. पाचन सुधारता है और कब्ज से राहत देता है।
पर्याप्त फाइबर वाला आहार पाचन में सुधार करता है और नियमित रूप से मल त्याग करने में मदद करता है।
जब चिया बीज पानी या अन्य तरल पदार्थों के साथ मिलाया जाता है, तो इसका घुलनशील फाइबर (soluble fiber) बड़ी मात्रा में पानी को सोख कर पेट में फैल जाता है। यह भोजनुपरांत की तृप्ति को बढ़ाता है और पाचनमें सुधार लता है। (12)
घुलनशील फाइबर स्टूल को ऊपर उठाता है, आंत में अनुकूल बैक्टीरिया को खिलाता है। यह भूख को कम करने और आपको संतुष्ट महसूस करने के लिए पाचन को धीमा करने में भी मदद करता है। अपने दैनिक आहार में चिया के बीज का एक औंस (28 ग्राम) जोड़ने से कब्ज से राहत मिल सकती है और पाचन में सुधार हो सकता है।
9. डायवर्टीकुलोसिस (Diverticulosis) में आराम देता है।
डायवर्टिकुलर रोग ज़्यादातर कोलोन (colon) में होता है। आंतों की दीवारों के कमजोर जगहों पर आँतें बाहर की ओर ग़ुब्बारे की तरह फूल जाती हैं। इसे डायवर्टिकुलर रोग कहते हैं। इन ग़ुब्बारों को डायवर्टिकुला कहते हैं। डायवर्टीकुलिटिस एक ऐसी अवस्था है जिसमें यह संक्रमित हो जाते हैं।
हालाँकि डायवर्टीकुलर बीमारी का सही कारण शोधकर्ताओं को ज्ञात नहीं है, इसे एक कम फाइबर आहार के साथ जोडा जाता है। (27)
आहार में चिया के बीज जोड़ने से यह कोलोन (colon) में पानी को सोख कर, मल त्याग को आसान बनता है, जिससे डायवर्टीकुलिटिस में आराम मिल सकता है।
चिया सीड कैसे खाएं
चिया के बीजों को खाने के सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है जिसमें इसे किसी तरल पदार्थ मैं मिलकर खा लिया जाता है।
आप चिया सीड्ज़ को किसी भी तरल पदार्थ जैसै बादाम के दूध या नारियल के दूध या किसी फल के रस मैं मिला सकते हैं। यह बहुत ही आसान तरीक़ा है। इसके लिए आप एक-चौथाई (१/४) कप बीजों को एक (१) कप तरल पदार्थ मैं डाल दे। सिर्फ़ 15 मिनट मैं आपकी चिया सीड्ज़ की खीर तैयार हो जाएगी।
चिया के बीजों को स्मूदी (smoothie) और जूस में भी मिलाया जा सकता है, दही या दलिया में मिलाया जा सकता है या सलाद के ऊपर छिड़का जा सकता है। यदि आप बीजों को ओटमील जैसे पेय या “गीले” डिश में जोड़ रहे हैं, तो वे खाने के समय फूल जाते हैं।
चिया सीड्स के नुकसान (chia seeds side effect in hindi)
अब तक, चिया के बीज के कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं हैं।
हालांकि, चम्मच से उन्हें सूखा खाने की कोशिश करने के कुछ जोखिम हैं।
एक 39 वर्षीय व्यक्ति ने सूखे चिया के बीज का एक बड़ा चमचा निगल लिया और फिर पानी पी लिया । चूंकि चिया अपने वज़न का 27 गुना पानी सोख सकते हैं, इसलिए वे फूर्ति से पानी सोख कर उस व्यक्ति के अन्नप्रणाली में एक ठोस चिपचिपा घोल बन कर अटक गए। इस कारण उनको अस्पताल ले जाना पड़ा। इस व्यक्ति को पहले से ही निगलने में समस्या होती थी। (26)
ऐसे संकट से बचने के लिए चिया बीज खाने से पहले उनको एक तरल पदार्थ में पूरी तरह से फैलने दें। जिनको निगलने में दिक्कत होती है, वे लोग, और छोटे बच्चों को ऐसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
चिया बीज को भारत में क्या कहा जाता है? (chia seeds in hindi name)
चिया बीज भारत का मूल नहीं है, न ही यह भारत में उगाया जाता है। इसलिए, चिया बीजों का कोई भारतीय नाम नहीं है।
इसे भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका या मध्य अमेरिकी देशों से आयात किया जाता है क्योंकि इसकी मांग जागरूकता के साथ बढ़ रही है। यह स्वास्थ्य के प्रति उत्साही लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
सब्जा, चिया और अल्सी की तुलना
भारत में, चिया बीज अक्सर अल्सी के बीज और तुलसी (सब्जा) के बीज के साथ भ्रमित होते हैं। क्योंकि चिया भारत में नहीं होते है बहुत लोग इसे सब्जा समझ लेते है । हालाँकि चिया पारंपरिक भारतीय खाना पकाने का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन ऐसे कई तरीके हैं, जिसमें आप अपने आहार में इस सपेरफ़ूड को शामिल कर सकते हैं।
एक गलत धारणा है कि चिया बीज, अल्सी बीज या सब्जा बीज एक ही हैं। यह भ्रम उनके समान दिखावे और हाइड्रोफिलिक गुणों से उत्पन्न होता है। इन सभी के स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन वे तीनों अलग हैं।
अलसी के बीज को flaxseeds भी कहते हैं। इसे भारत में “अलसी” के रूप में जाना जाता है। यह मुख्य रूप से पशु चारे के रूप में उपयोग किया जाता है। अलसी के तेल को खाद्य तेलों में मिलाया जाता है और वार्निशिंग और फर्नीचर पॉलिशिंग के लिए भी इस्तमाल किया जाता है। अल्सी बीज आकार में अण्डाकार होते हैं, और देखने में चमकदार होते हैं । चिया के विपरीत, वे भूरे या एम्बर (amber) रंग के होते हैं।
सबजा बीज (तुलसी के बीज) तुलसी के पौधे का बीज है। इसका उपयोग भारत में मिल्कशेक, फालूदा, शर्बत और अन्य ठंडे जलपान बनाने में व्यापक रूप से किया जाता है। जहां चिया सीड काले, भूरे, और सफेद रंग के हो सकते हैं, सब्जा सीड एकदम काले होते हैं।
अक्सर, जब स्थानीय दुकानों से खरीदारी करते हैं, तो दुकानदार चिया की जगह आपको सब्जा बेच सकते हैं।
अनुभवहीन के लिए, वे लगभग समान दिखते हैं और समान हाइड्रोफिलिक गुणों का प्रदर्शन करते हैं। प्रतिष्ठित ब्रांडों से खरीदना सबसे अच्छा है। यह विभिन्न वेबसाइटों पर ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
Amazon पर आप चिया का मूल्य यहाँ देख सकते है।
Chia Seeds In English
चिया सीड्ज़ के बारे में, अंग्रेज़ी में (english) पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Chia Seeds – Nutrition, Benefits & Side Effects
FAQ
चिया बीज भारत का मूल नहीं है, न ही यह भारत में उगाया जाता है। इसलिए, चिया बीजों का कोई भारतीय नाम नहीं है।
इसका मतलब है कि hindi word for chia seeds नहीं होता है।
इसे भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका या मध्य अमेरिकी देशों से आयात किया जाता है क्योंकि इसकी मांग जागरूकता के साथ बढ़ रही है। यह स्वास्थ्य के प्रति उत्साही लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है।
चिया के बीज छोटे, भूरे, काले और सफेद रंग के अनाज होते हैं – व्यास में एक मिलीमीटर से बड़ा नहीं। पौधे पुदीना पौधों से संबंधित है और इसके बीजों का अच्छा स्वाद है। (यहाँ आप chia meaning in hindi जान सकते हैं।)
चिया की विशिष्ट विशेषता यह है कि यह पानी के संपर्क में आने पर एक पतला, श्लेष्म बनावट प्राप्त करता है। इसे चिया की हाइड्रोफिलिक प्रकृति कहा जाता है। तरल पदार्थ में भिगोते समय वे अपने वजन को 12 गुना तक अवशोषित कर सकते हैं- जो उन्हें एक मोटी तरल प्रकार बनावट देता है।
लोगों का मानना है की चिया बीज से वज़न कम हो सकता है। चिया में अधिक मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है, जो वजन घटाने में उपयोगी माना जाता है।
इसका सॉल्युबल फाइबर (soluble fiber) बड़ी मात्रा में पानी को सोख लेता है और पेट में फैल जाता है। यह संतुष्टि बढ़ाता है और भोजन के उपरांत पाचन को धीमा कर देता है, जिससे की जल्दी भूँक नहीं लगती (12)। कई अध्ययनों से पता चला है कि हाइड्रोफिलिक गुणों वाले घुलनशील (soluble) फाइबर से वजन कम हो सकता है (13, 14)।
अध्ययनों के अनुसार, एक उच्च प्रोटीन आहार भूख को तो कम करता ही है, उसके अलावा भोजन के विचारों को भी 60% तक कम करता है। इससे रात्रि में भोजनुपरांत लगने वाली भूँक भी 50% तक कम हो जाती है (10, 15)।
एक अध्ययन में पाया गया कि चिया बीज नाश्ते में खाने से तृप्ति बढ़ गई और भोजन का सेवन कम हो गया। (16)